हरयाणा हरियाणा मौसम अलर्ट: गर्मी ने किया परेशान, 20 जून के बाद मिल सकती है राहत By Gurvinder Pannu Posted on June 17, 2020 10 second read 0 0 919 Facebook WhatsApp Twitter Email LinkedIn Print हेमराज बिरट, तेज़ हरियाणा नेटवर्क: ——————————————— हरियाणा में बढ़ती गर्मी से लोग परेशान है. प्रदेश में 20 जून तक मौसम लगातार परिवर्तनशील बनेगा और गर्मी अपने चरम पर बनी रहेगी. मौसम विभाग के अनुसार बीच- बीच में हल्के बादल छाए रहेंगे. वहीं 20 जून से मौसम में बदलाव होगा. 20 जून के बाद उतरी हरियाणा में हवाओं व गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश, परन्तु पश्चिम व दक्षिण हरियाणा में कहीं कहीं बूंदाबांदी हल्की बारिश की संभावना है. तीन दिन पहल आ सकता है मानसून: मौसम विभाग ने 27 से 28 जून के आसपास मानसून हरियाणा में आने की संभावना जताई है. इसके बाद जुलाई के प्रथम सप्ताह में प्रदेश में पूरी तरह से मानसून सक्रिय हो जाएगा. अक्सर मानसून हरियाणा में एक जुलाई के आसपास आता है, मगर इस बार तीन दिन पहले ही मानसून आने की संभावना है. पिछले साल 19 दिन देरी से आया था मानसून: 2019 से तुलना करें तो पिछले वर्ष 19 दिन की देरी से मानसून हरियाणा में आया था. 19 जुलाई को मानसून ने दस्तक दी थी. इसके साथ ही देरी से 9 अक्टूबर के आसपास रवाना हुआ था. इस बार समय से मानसून अगर आ गया तो समय से ही रवाना होने का पूरा-पूरा अनुमान लगाया जा रहा है. पिछले 9 वर्षों में चार बार समय पर मानसून का आगमन हुआ. किसानों को दी ये सलाह: मौसम विभाग ने किसानों को सलाह जारी करते हुए कहा नरमा की फसल में निराई गुड़ाई करें, ताकि फसल में खरपतवार न हो तथा नमी संचित रहे. वहीं धान की नर्सरी में समय समय पर आवश्यकता अनुसार सांयकाल में हल्की सिंचाई कर दे ताकि पौध क्षेत्र में तेज धूप में पानी खड़ा न रहे. मौसम के बदलाव का ध्यान रखें: नर्सरी में समय समय पर खरपतवार निकालते रहे. यदि पानी की कमी हो तो तीन चार दिन बाद संभावित बारिश होने पर धान की रोपाई शुरू करे. अगले तीन -चार दिन गर्म मौसम की संभावना को देखते हुए सब्जियों व फलदार पौधों, हरे चारे व अन्य फसलों में आवश्यकतानुसार हल्की सिंचाई करे. अरहर व अन्य खरीफ फसलों की बिजाई करते समय मौसम के संभावित बदलाव का ध्यान अवश्य रखे. Facebook WhatsApp Twitter Email LinkedIn Print
डबवाली में अब जर्जर पुलों की बदलेगी सूरत, MLA अमित ने उठाया ये मुद्दा विधायक अमित सिहाग ने एडिशनल चीफ सेक्रेटरी से मुलाकात कर पुलों के पुनः निर्माण …
पंजाब जलियांवाला बाग हत्याकांड के 100 साल, 1000 हजार मौतें, 2000 हजार हुए थे घायल, दर्द-ऐ-दास्ताँ 13 अप्रैल